मेरी दुआ " मादरे - वतन के नाम "
ये दुआ है मेरी , ये दुआ है मेरी
सुन दुआएं मेरी , तू दुआएं मेरी ।
राह चाहे तू कितनी भी मुश्किल बना,
पा सकूँ में तुझे वो ही मंजिल बना,
मेरी दुनिया का बस एक हासिल बना,
तू मुझे तेरी खिदमत के काबिल बना।
है भरोसा तू बिगड़ी बनाएं मेरी।
ये दुआ है मेरी, ये दुआ है मेरी।
जिस ज़मी पर तुझे रोज़ सजदा करूँ,
मरते दम तक उसी की में सेवा करूँ,
गोद में जिसके ताउम्र खेला करूँ ,
माँ का रुतबा उसी को में बख्शा करूँ।
लेती है रात दिन जो बलाएँ मेरी।
ये दुआ है मेरी, ये दुआ है मेरी।
बद नज़र उसकी जानिब में उठने न दूँ,
एक भी उसके दुश्मन को बचने न दूँ,
आस्स्तिनो के सांपो को डसने न दूँ,
रोकलू उसपे ओले बरसने न दूँ।
करदे मज़बूत इतनी भुजाएं मेरी।
ये दुआ है मेरी, ये दुआ है मेरी।
हो उजाला मेरी राह में ए खुदा,
इल्म का नूर पाऊं यही है दुआ,
तेरे फरमानों से पाकर में होंसला,
खुद भी मेह्कुं, बने ये ज़मी खुशनुमा।
याद रखे ज़माना अदाएं मेरी।
ये दुआ है मेरी, ये दुआ है मेरी।
इस ज़मी पर जितने भी मोहताज है,
कोई सुनता नहीं जिनकी आवाज़ है,
हर घड़ी मुश्किलों की पड़े गाज है,
जानता हूँ तेरे हाथो में लाज हैं।
कर करम उनपे सुनके सदाएं मेरी।
ये दुआ है मेरी, ये दुआ है मेरी।
मुख्तलिफ भेष हैं, मुख्तलिफ हैं जुबा,
मुख्तलिफ हैं मज़हब, मुखतलिफ बस्तियां।
एक तहज़ीब हैं, एक है सबकी माँ।
सोन चिड़िया है यें जानता है जहाँ।
जिस्मो जाँ इसके ही काम आयें मेरी।
ये दुआ है मेरी, ये दुआ है मेरी।
झोली फैला के दर पर खड़ा मुस्तफा ,
कर दे पूरी मुरादें तू सुनले सदा,
तेरे कुरान से जो भी कुछ है सुना,
मेरे अल्लाह बनादें वही मेरी राह।
दायें बायें नज़र जा न पाएं मेरी।
ये दुआ है मेरी, ये दुआ है मेरी।
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