अब्दे मुहम्मद कबीर
मुहम्मद (SAW) का बढ़ा ग़ुलाम
मुहम्मद (SAW) का बढ़ा ग़ुलाम
ए मेरे रहबर ए रसूले खुदा .
ए मेरे प्यारे नबी ए मुहम्मद मुस्तफा .
ए मेरे प्यारे नबी ए मुहम्मद मुस्तफा .
में हु ताबेदार तेरा
हां ! में हु तेरा गुलाम
अस्सलाम अस्सलाम
हां ! में हु तेरा गुलाम
अस्सलाम अस्सलाम
अब्दे मुहम्मद कबीर ,
उसने ही पुकारा मुझे .
इस तरह बख्श दिया ,
तेरा सहारा मुझे
उसने ही पुकारा मुझे .
इस तरह बख्श दिया ,
तेरा सहारा मुझे
.
पूरी करदी यूँ उसने ,
मेरी हाजत तमाम .
अस्सलाम अस्सलाम
मेरी हाजत तमाम .
अस्सलाम अस्सलाम
सच है ए प्यारे नबी ,
वो ही जाने ग़ैब की बात ,
ख्वाब में उसने ही बख्शी ,
तेरे पीछे चलने की सौगात
वो ही जाने ग़ैब की बात ,
ख्वाब में उसने ही बख्शी ,
तेरे पीछे चलने की सौगात
.
शान से कह दिया मुझे ,
उसने मुहम्मद का गुलाम .
अस्सलाम अस्सलाम
उसने मुहम्मद का गुलाम .
अस्सलाम अस्सलाम
तस्बीह में करता हु उसकी ,
ए नबी रात और दिन .
ख्वाब में कह दिया उसने ,
मुझे महबूबे हषर अलीमुद्दीन
ए नबी रात और दिन .
ख्वाब में कह दिया उसने ,
मुझे महबूबे हषर अलीमुद्दीन
.
बस तू ही तो जनता है ,
उसकी मर्ज़ी उसका काम .
अस्सलाम अस्सलाम
उसकी मर्ज़ी उसका काम .
अस्सलाम अस्सलाम
ए मुहम्मद तू भी दे दे ,
मुझको तोहफा एक नायाब .
झोली में खाली लेकर ,
आया हु तेरे जनाब
मुझको तोहफा एक नायाब .
झोली में खाली लेकर ,
आया हु तेरे जनाब
.
तू ही बता दे ए मुहम्मद ,
मेरे ख्वाबो का अंजाम .
अस्सलाम अस्सलाम
मेरे ख्वाबो का अंजाम .
अस्सलाम अस्सलाम
नूर उसका देखा मेने ,
सब्ज़ तेरा साया देखा .
कर्बला वाले को भी ,
मेने तनहा बेठा देखा .
सब्ज़ तेरा साया देखा .
कर्बला वाले को भी ,
मेने तनहा बेठा देखा .
छाये है इस क़दर मुझ पर ,
अल्लाह के निन्यानवे नाम .
अस्सलाम अस्सलाम
अल्लाह के निन्यानवे नाम .
अस्सलाम अस्सलाम
ए मुहम्मद ज़रा बता दे ,
कौन है युसूफ यहाँ .
ख्वाब का उससे बेहतर ,
कौन है मतलब समझा
कौन है युसूफ यहाँ .
ख्वाब का उससे बेहतर ,
कौन है मतलब समझा
.
ए मुहम्मद तू ही बता दे ,
ज़मीन पर युसूफ सा नाम .
अस्सलाम अस्सलाम
ज़मीन पर युसूफ सा नाम .
अस्सलाम अस्सलाम
मेरे इन ख्वाबो की ताबीर ,
ए मोहम्मद रब ही जाने .
तू तो सब कुछ जानता है ,
कोई जाने या न जाने
ए मोहम्मद रब ही जाने .
तू तो सब कुछ जानता है ,
कोई जाने या न जाने
.
प्यारे नबी तू ही बता दे ,
दर पे है तेरे गुलाम .
अस्सलाम अस्सलाम
दर पे है तेरे गुलाम .
अस्सलाम अस्सलाम
.
वारिज्वानुम मिनल्लाहे अकबर ,
अल्लाह की मर्जी को सलाम .
ताक़याम्त लेता रहू में ,
अल्लाह अल्लाह अल्लाह नाम
अल्लाह की मर्जी को सलाम .
ताक़याम्त लेता रहू में ,
अल्लाह अल्लाह अल्लाह नाम
.
नात लिखना हो मुक़द्दर ,
हम्दो सना हो मेरा काम .
अस्सलाम अस्सलाम
हम्दो सना हो मेरा काम .
अस्सलाम अस्सलाम
पाया है तुने मुहम्मद ,
जो फ़रिश्ते से पैघाम .
ख्वाबो में आती है मेरे ,
वो ही आयातें तमाम
जो फ़रिश्ते से पैघाम .
ख्वाबो में आती है मेरे ,
वो ही आयातें तमाम
.
पाया है हमने तुझसे ही ,
बारी-ताला का पयाम .
अस्सलाम अस्सलाम
बारी-ताला का पयाम .
अस्सलाम अस्सलाम
अल्लाह से दुआ करें की इस ज़माने में मेरे खवाबो की ताबीर बतानेवाला अल्लाह का कोई नेक बन्दा मिल जाये और हम राहे खुदा पर उसके रसूल के ताबेदार बन्दे अपना सब कुछ न्योछावर करदे- आमीन
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