शुक्रवार, 25 जून 2010

BAS TERE HI SAHARE






बस तेरे ही सहारे !!!


हमने  ख्वाबो  में  बनाया  था  घरोंदा  अपना .  
तोड़  डाला  आखिर  तुने  तो  भरोसा  अपना .

लौट  कर  हमको  जब  तेरे  ही  पास  आना  था ,
तुने  हमको  बनाया  क्यों  खिलौना  अपना

पुतिल्या  तेरी  डोर  तेरी  नाच  भी  तेरा ,
क्यों  दिखता  है  सबको  यु  तमाशा  अपना .

जो  मुक़द्दर  में  लिखा  है   मिलना  नहीं  है  उसके  सिवा ,
तुने  पहले  से  ही  जो  लिख  रखा  है  खाता  अपना .


हमतो  दरवेश  है  तू  बादशाह है  सबसे  बड़ा ,
देदे  हमको  भी  पनाह  ज़रा  फैलाले अहाता  अपना .

हमतो  ज़र्रे  है  तू  है  काएनात  का  मालिक ,
खाली  होगा  जब  मकाँ तो  मांगेगा  किराया  अपना .

आरिफ  जाओ  सुपुर्द  करदो  अपना  सब  कुछ  उसके  हाथ ,
वो  मुहाफ़िज़  है  बचा  ले  जायेगा  शीशा  अपना

सोमवार, 17 मई 2010

baat bahut chotee se


बात बहुत छोटी सी


बहुत बख्शा है ज़िन्दगी में हमें, 
कुछ तो उसके लिए जमा कीजे. 
ज़िक्रे अल्लाह में ज़िन्दगी बीते, 
आप मेरे लिए दुआ कीजे . 


उसकी तस्बीह के तरीके है हज़ार, 
सिर्फ अल्ल्लाह अल्लाह नहीं किया कीजे. 
नेक आमालों का वो आशिक है,
दिल से फरमानों पर चला कीजे.


गर उससे लो लगनी है तुम्हे ,
सिर्फ पाकीज़ा ही रहा कीजे. 
उसने बख्शी है नमाज़ की दौलत,
आप पाबन्दी से अदा कीजे. 


ये जो दुनिया है एक कसोटी है, 
इस पर कुछ इस तरह चला कीजे. 
तुम मोहम्मद के हमक़दम होकर, 
बात कुरान की  सुना कीजे.


परखे जाओ जो रोज़े महशर तुम, 
खरे उतरों यही दुआ कीजे.
मेरा अल्लाह जिसमें  राजी हो, 
ऐसा जीने  का सिलसिला कीजे. 


हम्दो सना मेरी कुबूल हो जाए, 
हाथ उठाकर ये इल्तिजा कीजे. 
हम गुनाहगार तू बड़ा बख्शने वाला,
आजीजी  से यही कहा कीजे.


बात आरिफ की छोटी छोटी सी,
तुम बड़े गोर से सुना कीजे. 
इस में सब मसलहत है पोशीदा, 
हरगिज़ इसको न अनसुना कीजे.

बुधवार, 7 अप्रैल 2010

Quran se prerna


वारीजवानुम मिनल्लाहे अकबर .
अपने दिल पर लगालो ये मुहर. 
सबसे बड़ी नियामत है मुमिनो, 
अल्लाह की मर्जी ही हम पर.  


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हम आदमी को जानते है चेहरों के मुताबिक.
इज्ज़त भी बख्शते हैं हम ओहदों के मुताबिक. 

अल्लाह से बड़ा तो कोई नहीं होता,
यही सच है कुरान की आयातों के मुताबिक.



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जोहर का वक़्त है नमाज़ अदा करनी है.
फिर उसकी तरफ हमको निगाह करनी है.
जुमा का दिन है दुआ तो कुबूल होगी ही,
उसके करम की भी वह वाह वाह करनी है..




सोमवार, 29 मार्च 2010

चार पंक्ति विचार


चार पंक्ति विचार


वो मेरा खैर ख्वाह है; उसका हबीब में
फिर
भी ये कह रहे हो की हूँ ग़रीब में
कुछ बात है की आंसू मेरे सूखते नहीं है,
दरिया अता किया है जो उसने नसीब में



ये सच है पांच उंगली बराबर नहीं होती
लेकिन वो हाथ से भी तो बाहर नहीं होती
पैरों को बांध रखा हैं उसने भी हदों में,
सबके नसीब में तो चादर नहीं होती




चारो तरफ थपेड़ो में चलना, बड़ा मुश्किल होता हैं
तुफानो में दीपक का जलना, बड़ा मुश्किल होता हैं
उसके अपने ही जब उसकी लाठी तोड़ दें,
उसका गिरना फिर संभालना, बड़ा मुश्किल होता हैं

रविवार, 7 फ़रवरी 2010

मेरी दुआ " मादरे - वतन के नाम"




मेरी दुआ " मादरे - वतन के नाम "


ये दुआ है मेरी , ये दुआ है मेरी
सुन दुआएं मेरी , तू  दुआएं मेरी ।

राह चाहे तू कितनी भी मुश्किल बना,
पा सकूँ में तुझे वो ही मंजिल बना,
मेरी दुनिया का बस एक हासिल बना,
तू मुझे तेरी खिदमत के काबिल बना।

है भरोसा तू बिगड़ी बनाएं मेरी।
ये दुआ है मेरी, ये दुआ है मेरी।

जिस ज़मी पर तुझे रोज़ सजदा करूँ,
मरते दम तक उसी की में सेवा करूँ,
गोद में जिसके ताउम्र खेला करूँ ,
माँ का रुतबा उसी को में बख्शा करूँ।

लेती है रात दिन जो बलाएँ मेरी।
ये दुआ है मेरी, ये दुआ है मेरी।

बद नज़र उसकी जानिब में उठने न दूँ,
एक भी उसके दुश्मन को बचने न दूँ,
आस्स्तिनो के सांपो को डसने न दूँ,
रोकलू उसपे ओले बरसने न दूँ।

करदे मज़बूत इतनी भुजाएं मेरी।
ये दुआ है मेरी, ये दुआ है मेरी।

हो उजाला मेरी राह में ए खुदा,
इल्म का नूर पाऊं यही है दुआ,
तेरे फरमानों से पाकर में होंसला,
खुद भी मेह्कुं, बने ये  ज़मी खुशनुमा।

याद रखे ज़माना अदाएं मेरी।
ये दुआ है मेरी, ये दुआ है मेरी।

इस ज़मी पर जितने भी मोहताज है,
कोई सुनता नहीं जिनकी आवाज़ है,
हर घड़ी मुश्किलों की पड़े गाज है,
जानता हूँ तेरे हाथो में लाज हैं।

कर करम उनपे सुनके सदाएं मेरी।
ये दुआ है मेरी, ये दुआ है मेरी।

मुख्तलिफ भेष हैं, मुख्तलिफ हैं जुबा,
मुख्तलिफ हैं मज़हब, मुखतलिफ बस्तियां।
एक तहज़ीब हैं, एक है सबकी माँ।
सोन चिड़िया है यें जानता है जहाँ

जिस्मो जाँ इसके ही काम आयें मेरी
ये दुआ है मेरी, ये दुआ है मेरी।

झोली फैला के दर पर खड़ा मुस्तफा ,
कर दे पूरी मुरादें तू सुनले सदा,
तेरे कुरान से जो भी कुछ है सुना,
मेरे अल्लाह बनादें वही मेरी राह।

दायें बायें नज़र जा न पाएं मेरी।
ये दुआ है मेरी, ये दुआ है मेरी।